शनिवार, 11 अप्रैल 2015


जय-हिंदू जय-हिंदुस्तान
मरते हैं तो मरें किसान!!
राजा घूम रहा पेरिस में,
प्यादे देते फिरें बयान!!
हिंदू-हिंदू यहीं रहेंगे,
बाकी जाओ पाकिस्तान!!
एक के तन पर फटे चीथड़े,
एक का लाखों का परिधान!!
बच्चे हैं मोहताज मगर,
मेवा मिश्री खाते भगवान!!
छप्पन भोग लगाये लेकिन,
फिर भी ना माने हनुमान!!
लाल लंगोटा-लाल निशान!
जय बजरंगी जय हनुमान!!

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